दिसंबर 2023 तक साहिबाबाद से मेरठ के बीच दौड़ेगी रैपिड ट्रेन

केंद्र सरकार की प्राथमिकता में शामिल रैपिड रेल और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का काम अब रफ्तार पकड़ेगा। कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने एनएचएआई और एनसीआरटीसी अधिकारियों से प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर चर्चा की, जिसमें जमीन संबंधित विवादों को जल्द सुझाने के लिए कहा गया है। खासकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण में डासना से मेरठ के बीच लटकी पड़े जमीन अधिग्रहण को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। मंडलायुक्त ने मेरठ से दिल्ली का सफर सुहाना बनाने के लिए दोनों प्रोजेक्ट की रफ्तार बढ़ाने को कहा है। इस बीच लक्ष्य रखा गया है कि रैपिड रेल से साहिबाबाद से परतापुर (मेरठ) तक का सफर आम आदमी दिसंबर-2023 में तय कर सके।
कमिश्नरी सभागार में समीक्षा बैठक के बाद दोनों प्रोजेक्ट की ड्रोन से बनाई गई वीडियो को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। कमिश्नर ने बताया कि अक्तूबर-2019 तक अगर जमीन मिल जाए तो दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का कार्य मार्च-2020 तक समाप्त कर दिया जाएगा। जिससे आमजन छह महीने बाद मेरठ से दिल्ली तक मात्र एक घंटे में फर्राटा भर सकेंगे। इसलिए जमीन संबंधित विवादों को जल्द दूर किया जाएगा। गाजियाबाद में नाहल, कुशलिया, रसुलपुर सिकरोड व डासना देहात में अभी तक जमीन अधिग्रहण लटकी हुआ है। पूर्व मंडलायुक्त की जांच रिपोर्ट के बाद निर्धारित दरों पर मुआवजा देने को लेकर मामला फंसा है, जिसके बाद से फाइल शासन में लंबित है। अब संभावना जताई जा रही है कि जमीन अधिग्रहण को लेकर कुछ रास्ता निकाला जा सकता है। समीक्षा के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए एनएचएआई के डीजीएम (तकनीकी) ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की लंबाई 83 किमी और छह लेन है, जिसे चार चरण में बनाया जा रहा है। जमीन मिलने के बाद सभी हिस्सों में तेज गति से काम होगा। वहीं, मेरठ-बुलंदशहर एनएच-235 जो लगभग 61.19 किलोमीटर है। इसका कार्य लगभग 73 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। इसे भी फरवरी-2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। एनएच-235 से 15 अक्तूबर 2019 से वाया हापुड़ होते हुए आसानी से दिल्ली पहुंच सकेंगे। इसके लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के डासना से हापुड़ तक 22 किलोमीटर का कार्य पूरा हो गया है, जिसका लोकार्पण केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री 30 सितंबर को करेंगे।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के चरण
चरण 1 - निजामुद्दीन से यूपी गेट
स्टेटस - कार्य पूर्ण (8.7 किमी)
चरण 2- यूपी गेट से डासना
स्टेटस - 57 प्रतिशत पूर्ण (19.2 किमी)
चरण 3- डासना से हापुड़
स्टेटस - कार्य पूर्ण (22 किमी)
चरण 4- डासना से मेरठ
स्टेटस- कार्य जारी (32 किमी)
इस पैकेज में गाजियाबाद के चार गांवों की जमीन अधिग्रहण करने का मामला शासन में चल रहा है। अगर अक्तूबर तक जमीन की समस्या खत्म हो जाती है तो मार्च-2020 तक इसे भी शुरु कर दिया जाएगा।
-------------------------------------
मार्च-2025 तक शहर के अंदर दौडेगी रैपिड-कम-मेट्रो
शहरवासियों को रैपिड-कम-मेट्रो की सौगात मार्च-2025 तक शहरवासियों को मिलेगी। इसमें नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार ने बताया कि दुहाई से परतापुर तक का कार्य एशियन डेवलपमेंट बैंक से वित्त पोषित है। इसके लिए 30 सितंबर 2019 को टेंडर खोले जाएंगे। यह कार्य दिसंबर-2023 तक पूरा होगा। वहीं, परतापुर से मोदीपुरम के बीच मेें रैपिड-कम-मेट्रो चलाई जाएगी। इस एलाइनमेंट में 15 स्टेशन बनाए जाएंगे। यह कार्य मार्च-2025 तक पूरा होगा। इसके अलावा रैपिड रेल के लिए सरकारी विभागों से लगभग 92 हजार 450 मीटर भूमि की जरूरत है। इसके लिए एमडीए, जीडीए, ग्राम समाज, यूपीएसआईडीसी, नगर निगम, गाजियाबाद नगर निगम, सिंचाई विभाग से संबंधित भूमि और धनराशि का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा।
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल के चरण
पहला चरण - साहिबाबाद से दुहाई (17 किमी)
कब होगा पूरा - मार्च 2023
दूसरा चरण - दुहाई से मेरठ साउथ (26 किमी)
कब होगा पूरा - दिसंबर 2023
तीसरा चरण - सराय काले खां से साहिबाबाद
कब होगा पूरा - अक्तूबर 2024
चौथा चरण - मेरठ साउथ से मोदीपुरम (23 किमी)
कब होगा पूरा - मार्च 2025



 


नवरात्रि में, कामाख्या देवी शक्तिपीठ में कराएं शत्रुदमन के लिए मां बगलामुखी विशिष्ट पूजा : 29 सितंबर - 6 अक्टूबर 2019

अभी आर्डर करें।