बताई दुकान से ड्रेस नहीं लेने पर छात्रों को कक्षा से निकाला

 पब्लिक स्कूल द्वारा बताई गई दुकान से ड्रेस न लेने पर बुधवार को 100 छात्रों को क्लास से बाहर निकालने पर हंगामा हो गया। इस बात पर अभिभावक भड़क गए और स्कूल परिसर में नारेबाजी की। सूचना पर पहुंचे तहसीलदार को देखकर प्रबंधक चुपचाप निकल गए। मामला हापुड़ रोड स्थित एक पब्लिक स्कूल का है। अभिभावकों ने पुलिस शिकायत की है।
मोदीनगर-हापुड़ मार्ग रेलवे क्रासिंग के पास स्थित एक पब्लिक स्कूल में करीब तीन हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। आरोप है कि स्कूल मैनेजमेंट ने छात्रों को कुछ खास दुकानों से ड्रेस व अन्य सामान खरीदने निर्देश दे रखा है। बताया गया कि कुछ छात्रों ने स्कूल द्वारा बताई गई दुकान से ड्रेस न खरीदकर किसी अन्य दुकान से ले ली। आरोप है कि बुधवार सुबह स्कूल में करीब ऐसे 100 से अधिक छात्रों को चिन्हित कर क्लास से बाहर निकाल दिया गया। कुछ छात्रों को अपने घर भेज दिया गया। कुछ छात्र समय पर स्कूल से अपने घर नहीं पहुंचे। अभिभावकों को इस बात का पता चला तो वह स्कूल परिसर में पहुंचे और हंगामा किया। एसडीएम सौम्या पांडे को रालोद नेता सतेंद्र तोमर व लोकतंत्र सेनानी सुरेंद्र तोमर ने स्कूल की शिकायत की। एसडीएम ने तहसीलदार उमाकांत तिवारी को मौके पर जांच के लिए भेजा। बताया गया है कि तहसीलदार के स्कूल परिसर में पहुंचते ही प्रबंधक निकल लिये।
तहसीलदार ने ली स्टाफ की क्लास
तहसीलदार उमाकांत तिवारी ने स्कूल में प्रबंधक नहीं मिलने पर स्टाफ की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि अभिभावकों और छात्रों को किसी विशेष दुकान से सामान खरीदने के लिए दबाव नहीं बनाया जा सकता। पूरे मामले की जांच कराकर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्कूल के प्रधानाचार्य से संपर्क की कोशिश की तो उनका मोबाइल बंद आ रहा था। जबकि मामले में स्टाफ ने चुप्पी साध ली है।